बाबा रामदेव का जीवन परिचय और अनमोल विचार:
Short Biography Baba Ramdev In Hindi, भारतीय आध्यात्मिक नेता और प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव, टेलीविजन के ज़रिए और अपने सामूहिक योग शिविरों के माध्यम से भारतीयों में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं।
योगगुरु बाबा रामदेव के योग शिविर में हजारों लोग शामिल होते हैं और इन्होंने अमिताभ बच्चन और शिल्पा शेट्टी सहित कई मशहूर हस्तियों को योग सिखाया है।
बाबा रामदेव को भारतीय जनता के बीच योग को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। उन्होंने हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ की स्थापना की जो भारत के सबसे बड़े योग संस्थानों में से एक है। संस्थान का मुख्य उद्देश्य योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देना और विकसित करना है।
बाबा रामदेव जीवन परिचय:
स्वामी रामदेव, जिन्हें बाबा रामदेव के नाम से जाना जाता है, का जन्म 1965 में महेंद्रगढ़ जिले, हरियाणा, भारत के अलीपुर गाँव में राम निवास यादव और गुलाबो देवी के यहाँ रामकृष्ण यादव के रूप में हुआ था।
भारतीय योग को स्वामी रामदेव ने ही देश विदेश में इतनी पहचान दिलाई। बचपन में अधिक दवाइयों के सेवन के कारण उनका शरीर लकवाग्रस्त हो गया था। उनके शरीर के बाईं तरफ के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था। वह अपने स्वास्थ्य में चमत्कारी लाभ के लिए योग को श्रेय देते है।
स्वामी रामदेव “दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट” के संस्थापकों में से एक हैं, जिसका उद्देश्य जनता के बीच योग को बढ़ावा देना है। बाबा रामदेव के योग शिविरों में उनके अनुयायियों की बहुत बड़ी उपस्थिति होती है।
स्वामी रामदेव ने हरयाणा के शहजादपुर में आठवीं तक की स्कूली शिक्षा के बाद योग और संस्कृत का अध्ययन करने के लिए खानपुर गांव में एक गुरुकुल में शामिल हो गए। शंकरदेवजी महाराज द्वारा सन्यासी क्रम में दीक्षा दी गई और संन्यासी बनने के बाद, रामकृष्ण यादव ने "बाबा रामदेव" नाम अपनाया।
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बाबा रामदेव ने अपने जीवन के कई साल प्राचीन भारतीय शास्त्रों का अध्ययन करने, ध्यान और आत्म अनुशासन का अभ्यास करने में बिताया। इन्होंने योग और आयुर्वेद के प्रचार और अभ्यास के लिए हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ की स्थापना की। यहाँ आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण भी किया जाता है।
वर्ष 1990 में उन्होंने आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात की और बाद में दोनों हिमालय में अध्ययन करने के लिए चले गए। जहां रामदेव ने योग पर और बालकृष्ण ने आयुर्वेद पर अपना ध्यान केंद्रित किया।
बाबा रामदेव को 2007 में भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी द्वारा योग के वैदिक विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों की मान्यता में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
बाबा रामदेव राजनीतिक अभियानों में भी सक्रिय हैं। वह 2011 में जन लोकपाल आंदोलन में शामिल थे जहां उन्होंने अन्ना हजारे, राम जेठमलानी, किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल और स्वामी अग्निवेश जैसे कार्यकर्ताओं के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया था।
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स्वामी रामदेव के 15 अनमोल विचार:
01). कर्म ही मेरा धर्म है, कर्म ही मेरी पूजा है। - स्वामी रामदेव
02). जीवन को छोटे लक्ष्यों को समर्पित करना, जीवन का अपमान है। - स्वामी रामदेव
03). जहाँ मैं और मेरा जुड़ जाता है वहाँ ममता, प्रेम, करुणा व समर्पण होता हैं। - स्वामी रामदेव
04). बिना कर्म के जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है अतः हमेशा अपना कर्म करते रहें। - स्वामी रामदेव
05). बिना सेवा के चित्त शुद्धि नहीं होती और चित्त शुद्धि के बिना परमतत्व की अनुभूति नहीं होती। - स्वामी रामदेव
06). यहाँ हर कोई अपने स्बार्थ के लिए जीता हैं। जिस दिन हम दूसरो के लिए भी जीने लगेंगे ,उस दिन ये धरती स्वर्ग बन जायेगा। - स्वामी रामदेव
07). आहार से मनुष्य का स्वभाव और प्रक्रति तय होती है, शाकाहार से स्वभाव शांत रहता है और मांसाहार मनुष्य को उग्र बनाता है। - स्वामी रामदेव
08). प्रेम, वासना नहीं उपासना है.वासना का उत्कर्ष प्रेम की हत्या है, प्रेम समर्पण व विश्वास की परिकाष्ठा है। - स्वामी रामदेव
09). बाहरी जगत में प्रसिद्धि की तीव्र लालसा का अर्थ है- तुम्हें आन्तरिक समृद्धि व शान्ति उपलब्ध नहीं हो पाई है। - स्वामी रामदेव
10). अपवित्र विचारों से एक व्यक्ति को चरित्रहीन बनाया जा सकता है, तो शुद्ध, सात्विक व पवित्र विचारों से उसे संस्कारवान भी बनाया जा सकता है। - स्वामी रामदेव
11). इन्सान का जन्म ही, दर्द एवं पीडा के साथ होता है। अत: जीवन भर जीवन में काँटे रहेंगे। उन काँटों के बीच तुम्हें गुलाब के फूलों की तरह, अपने जीवन-पुष्प को विकसित करना है। - स्वामी रामदेव
12). मैं योगी हूँ, अच्छे काम का सहयोगी हूँ कोई माने या न माने इस देश के लिए उपयोगी हूँ। - स्वामी रामदेव
13). अपने अतीत को कभी मत भूलो, अतीत का स्मरण रहना हमे गलतियाँ दोहराने से बचाता है। - स्वामी रामदेव
14). अपनी आन्तरिक क्षमताओं का पूरा उपयोग करें तो हम पुरुष से महापुरुष, युगपुरुष, मानव से महामानव बन सकते हैं। - स्वामी रामदेव
15). हमारे सुख-दुःख का कारण दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं। - स्वामी रामदेव
अंतिम शब्द: बाबा रामदेव एक ऐसे गुरु है, जिन्होंने भारत के लोगों को स्वदेशी चीजें उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। पतंजलि आयुर्वेद के कई रोजमर्रा की वस्तुओं ने कई Multi-National Companies की कमर थोड़ दी। इनका भारतीय राजनीती में भी विशेष रूचि है अक्सर किसी न किसी कारण से यह सुर्ख़ियों में बने रहते है।
Short Biography Baba Ramdev In Hindi, भारतीय आध्यात्मिक नेता और प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव, टेलीविजन के ज़रिए और अपने सामूहिक योग शिविरों के माध्यम से भारतीयों में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं।
योगगुरु बाबा रामदेव के योग शिविर में हजारों लोग शामिल होते हैं और इन्होंने अमिताभ बच्चन और शिल्पा शेट्टी सहित कई मशहूर हस्तियों को योग सिखाया है।
Short Biography Baba Ramdev in Hindi |
बाबा रामदेव को भारतीय जनता के बीच योग को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। उन्होंने हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ की स्थापना की जो भारत के सबसे बड़े योग संस्थानों में से एक है। संस्थान का मुख्य उद्देश्य योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देना और विकसित करना है।
Swami Ramdev Biography in Hindi
बाबा रामदेव जीवन परिचय:
स्वामी रामदेव, जिन्हें बाबा रामदेव के नाम से जाना जाता है, का जन्म 1965 में महेंद्रगढ़ जिले, हरियाणा, भारत के अलीपुर गाँव में राम निवास यादव और गुलाबो देवी के यहाँ रामकृष्ण यादव के रूप में हुआ था।
भारतीय योग को स्वामी रामदेव ने ही देश विदेश में इतनी पहचान दिलाई। बचपन में अधिक दवाइयों के सेवन के कारण उनका शरीर लकवाग्रस्त हो गया था। उनके शरीर के बाईं तरफ के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था। वह अपने स्वास्थ्य में चमत्कारी लाभ के लिए योग को श्रेय देते है।
स्वामी रामदेव “दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट” के संस्थापकों में से एक हैं, जिसका उद्देश्य जनता के बीच योग को बढ़ावा देना है। बाबा रामदेव के योग शिविरों में उनके अनुयायियों की बहुत बड़ी उपस्थिति होती है।
स्वामी रामदेव ने हरयाणा के शहजादपुर में आठवीं तक की स्कूली शिक्षा के बाद योग और संस्कृत का अध्ययन करने के लिए खानपुर गांव में एक गुरुकुल में शामिल हो गए। शंकरदेवजी महाराज द्वारा सन्यासी क्रम में दीक्षा दी गई और संन्यासी बनने के बाद, रामकृष्ण यादव ने "बाबा रामदेव" नाम अपनाया।
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बाबा रामदेव ने अपने जीवन के कई साल प्राचीन भारतीय शास्त्रों का अध्ययन करने, ध्यान और आत्म अनुशासन का अभ्यास करने में बिताया। इन्होंने योग और आयुर्वेद के प्रचार और अभ्यास के लिए हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ की स्थापना की। यहाँ आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण भी किया जाता है।
वर्ष 1990 में उन्होंने आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात की और बाद में दोनों हिमालय में अध्ययन करने के लिए चले गए। जहां रामदेव ने योग पर और बालकृष्ण ने आयुर्वेद पर अपना ध्यान केंद्रित किया।
बाबा रामदेव को 2007 में भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी द्वारा योग के वैदिक विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों की मान्यता में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
बाबा रामदेव राजनीतिक अभियानों में भी सक्रिय हैं। वह 2011 में जन लोकपाल आंदोलन में शामिल थे जहां उन्होंने अन्ना हजारे, राम जेठमलानी, किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल और स्वामी अग्निवेश जैसे कार्यकर्ताओं के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया था।
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Yog Guru Baba Ramdev Motivational Quotes in Hindi:
स्वामी रामदेव के 15 अनमोल विचार:
01). कर्म ही मेरा धर्म है, कर्म ही मेरी पूजा है। - स्वामी रामदेव
02). जीवन को छोटे लक्ष्यों को समर्पित करना, जीवन का अपमान है। - स्वामी रामदेव
03). जहाँ मैं और मेरा जुड़ जाता है वहाँ ममता, प्रेम, करुणा व समर्पण होता हैं। - स्वामी रामदेव
04). बिना कर्म के जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है अतः हमेशा अपना कर्म करते रहें। - स्वामी रामदेव
05). बिना सेवा के चित्त शुद्धि नहीं होती और चित्त शुद्धि के बिना परमतत्व की अनुभूति नहीं होती। - स्वामी रामदेव
06). यहाँ हर कोई अपने स्बार्थ के लिए जीता हैं। जिस दिन हम दूसरो के लिए भी जीने लगेंगे ,उस दिन ये धरती स्वर्ग बन जायेगा। - स्वामी रामदेव
07). आहार से मनुष्य का स्वभाव और प्रक्रति तय होती है, शाकाहार से स्वभाव शांत रहता है और मांसाहार मनुष्य को उग्र बनाता है। - स्वामी रामदेव
08). प्रेम, वासना नहीं उपासना है.वासना का उत्कर्ष प्रेम की हत्या है, प्रेम समर्पण व विश्वास की परिकाष्ठा है। - स्वामी रामदेव
09). बाहरी जगत में प्रसिद्धि की तीव्र लालसा का अर्थ है- तुम्हें आन्तरिक समृद्धि व शान्ति उपलब्ध नहीं हो पाई है। - स्वामी रामदेव
10). अपवित्र विचारों से एक व्यक्ति को चरित्रहीन बनाया जा सकता है, तो शुद्ध, सात्विक व पवित्र विचारों से उसे संस्कारवान भी बनाया जा सकता है। - स्वामी रामदेव
11). इन्सान का जन्म ही, दर्द एवं पीडा के साथ होता है। अत: जीवन भर जीवन में काँटे रहेंगे। उन काँटों के बीच तुम्हें गुलाब के फूलों की तरह, अपने जीवन-पुष्प को विकसित करना है। - स्वामी रामदेव
12). मैं योगी हूँ, अच्छे काम का सहयोगी हूँ कोई माने या न माने इस देश के लिए उपयोगी हूँ। - स्वामी रामदेव
13). अपने अतीत को कभी मत भूलो, अतीत का स्मरण रहना हमे गलतियाँ दोहराने से बचाता है। - स्वामी रामदेव
14). अपनी आन्तरिक क्षमताओं का पूरा उपयोग करें तो हम पुरुष से महापुरुष, युगपुरुष, मानव से महामानव बन सकते हैं। - स्वामी रामदेव
15). हमारे सुख-दुःख का कारण दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं। - स्वामी रामदेव
माता-पिता का बच्चों के प्रति, आचार्य का शिष्यों के प्रति, राष्ट्रभक्त का मातृभूमि के प्रति प्रेम ही सच्चा प्रेम है: स्वामी रामदेव
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